Feb 5, 2016

बरेली की यह सड़क है अघोषित अजूबा







रामजी मिश्र 'मित्र'
बरेली : जी हाँ यह खबर नही एक सनसनी है। एक ऐसा अजूबा जिसके बारे में पढ़ कर आप चौंक पड़ेगे। यह बरेली का दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है कि एक अजूबे भरी राह होने के बाद भी इसे अजूबा घोसित नहीं किया जा रहा। अगर आप भी इस अजूबे भरी राह को देखना चाहते हैं तो आप को 'अब बात होगी दो टूक' नामक सांध्य दैनिक के कार्यालय के सामने वाली राह पर जाना होगा। हम बात कर रहे हैं मढ़ीनाथ में पड़ने वाले सुभास नगर को राज्यमार्ग से जोड़ने वाली प्रमुख सड़क की। इस सड़क पर दिन में भारी संख्या में आवाजाही शुरू हो जाती है। भीड़ ऐसी कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।


लोगों को इस सड़क पर राज्य मार्ग से चंद कदम चलने के बाद राह में रखे सुभास नगर चौकी तक कई ट्रांसफार्मरों का सामना करना पड़ता है। विद्युत विभाग ने इस राह को अजूबा बनाने के लिए सारे ट्रांसफार्मर बिना फेंसिंग किए रख दिये हैं। ऐसे में जब भीड़ भरी सड़क पर कोई इन ट्रांसफार्मरों के पास आता है तो वह कैसे निकलता है यह सोंच कर ही सर्कस का ध्यान आता है फिर इस द्रश्य को देखना एक अलग ही बात है। विद्युत विभाग के सौजन्य से इस राह में प्रत्येक पथिक को बार बार ट्रांसफार्मर से बचाव करते हुए निकलते देखा जा सकता है। इस सड़क पर चलना एक अजीबोगरीब अहसास भरा होता है। यूं तो बरेली मण्डल है कई बड़े अधिकारियों के कार्यालय हैं और यहाँ कई बड़े बड़े अखबारों के कार्यालय हैं लेकिन बरेली की इस राह को अजूबा घोसित कराने में अब तक किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। अधिकारियों द्वारा इतनी बड़ी उपलब्धी को इस तरीके से दबा कर रखा जाना और समाचार पत्रों द्वारा पूर्ण उपेक्षित बरेली का सिर्फ और सिर्फ दुर्भाग्य ही कहा जा सकता है।

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