Mar 1, 2016

असली चैनल हेड कौन ?

एक बड़े मीडिया ग्रुप के मध्य प्रदेश चैनल के भोपाल रिपोर्टर और नोएडा में बैठे चैनल हेड के बीच वर्चस्व की लड़ाई अब सामने आने लगी है। जिस चैनल हेड ने प्रदेश की कमान सम्भालते ही पूरे घर को बदल डालूँगा की तर्ज पर सबसे पहले नोएडा डेस्क पर काम करने वाले फिर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई जिलो के रिपोर्टर और स्ट्रींगर की छुट्टी बगैर किसी कारण कर दी थी, और अपने मुहरे बतौर एक खास समर्थक को भोपाल ब्यूरो बनाकर बैठा दिया था, अब वही अपने बॉस को आँखें दिखाने लगा है।

भोपाल ब्यूरो ने चैनल की एचआर टीम को यह बताया की वह अपने प्रयासों से प्रदेश के मुखिया और विपक्षी दल से विज्ञापन लाता है, जिसका श्रेय चैनल हैड ले लेते है। रेवेन्यू देने का दबाव बनाकर भोपाल ब्यूरो चैनल हैड की कुर्सी हिलाने लगा है। जिसका ताजा उदाहरण यह है की तमाम रिपोर्टर नोएडा चैनल हैड को काल करने की बजाय भोपाल ब्यूरो को काल कर रहे है। इससे चैनल हैड की कुर्सी खतरे में पड़ गई है।

उसपर रेवेन्यू टारगेट पूरा कर पाने में असमर्थ चैनल हैड सीईओ को सफाई देने में लग गए है। चैनल हैड ने सफाई देने के लिए एनजीओ का सहारा लिया और एनजीओ के जरिये सीईओ को कहलवाया की सेल्स टीम वैसे ही टारगेट पूरा करने के चक्कर में अत्यधिक मानसिक दबाव में रहती है, इसलिये सेल्स टीम पर और दबाव ना डाला जाए। चैनल हैड और भोपाल ब्यूरो के बीच चल रही तनातनी से वे मीडियाकर्मी राहत महसूस कर रहे है हो इनकी जुगलजोड़ी से प्रताड़ित हुए थे और उन्हें अच्छा काम करने के बावजूद बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

चैनल हैड और भोपाल ब्यूरो की वर्चस्व स्थापित करने की आपसी खींचतान चैनल तक ही सिमित है। अगर यह विवाद बड़ा तो ऐसे कई अचंभित करने वाले खुलासे हो सकते है, क्योंकि दोनों ही एक दूसरे के राज जानते है। वैसे चैनल हैड और एक सांध्य कालीन समाचार पत्र के मालिक की दोस्ती की कहानी भोपाल ब्यूरो द्वारा अपनी चैनल के सीईओ तक पहुंचाई जा चुकी है की सरकारी हॉस्पिटल में दलिया और चादर तकिया सप्लायर पत्रकार मित्र के साथ मिलकर चैनल हैड क्या गुल खिला रहे है। खबर यह भी है की प्रदेश के मंत्रियो से प्राप्त हुई रकम में से कितनी राशी चैनल के खाते में जमा हुई और कितनी चैनल हैड के खाते में, इसकी जानकारी भी भोपाल ब्यूरो ने चैनल के कर्ता धर्ता तक पहुंचा दी। ऐसे में चैनल हैड की छुट्टी तय मानी जा रही है। सूत्रो की माने तो इस चैनल हैड की चैनल से रवानगी हो चुकी है, उसे अपना बोरिया बिस्तर लपेटकर 31 मार्च तक चैनल से अलविदा किये जाने को कहा जा चुका है।

दूसरों को बेरोजगार करने वाले इस चैनल हैड को अब रोजगार की तलाश है। वे अबतक प्रदेश की रीजनल चैनल के अलावा कुछ राष्ट्रिय स्तर की चैनल में अपनी जुगाड़ लगा रहे है। लेकिन ये जहाँ भी जाते है , इनके काले कारनामो की लिस्ट इनसे पहले ही चैनल तक पहुँच जाती है । अब देखना यह होगा की इनकी डूबती नैया का कौन खिवैया बनेगा। लेकिन इतना तो तय है की ये जिस नाव में बैठेंगे, उसे डुबाकर ही दम लेंगे। भोपाल ब्यूरो और चैनल हैड की इस उठापटक को लेकर मीडिया जगत में खूब चटखारे लिए जा रहे है। कुछ भोपाल ब्यूरो को बड़ा खिलाड़ी मानने लगे है, जिसने अपने गुरु को ही पटखनी देकर उन्हें चारो खाने चित्त कर दिया।

Anant maheshwari
amaheshwari7@gmail.com

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