May 29, 2016

बिहार में भ्रष्टाचार के आगे नतमस्तक है पत्रकारिता

बिहार में पत्रकारिता घुटने टेक रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ चौथा स्तंभ पूर्णतया खतरे में है। प्रषासनिक स्तर पर कार्रवाई नहीं होने से पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग भयभीत है। वास्तविकता लिखने के कारण पत्रकारों के साथ मारपीट, धमकाने से लेकर हत्या तक कर दिये जाने की घटना बिहार में सरेआम हो रही है। सीवान में महज एक वास्तविक खबर के कारण हिन्दुस्तान समाचार पत्र के ब्यूरो राजदेव रंजन की हत्या सरेआम गोली मारकर कर दी गयी, यह दहषत फैलाने जैसी घटना ही मानी जा सकती है। 13 मई को घटित इस घटना का अभी रहस्योद्घाटन भी नहीं हुआ था कि बिहार शरीफ में दैनिक जागरण के पत्रकार को जान से मारने की धमकी दे डाली गयी।

जगेन्द्र सिंह के साथी पत्रकार अनुराग मिश्रा उर्फ़ राजू मिश्रा के ऊपर लहरा रहा मौत का साया

मंत्री के करीबी सपा नेता ने राजू मिश्रा पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमा

दबंग सपा नेता के आगे नतमस्तक हुई जलालाबाद पुलिस

शाहजहांपुर। गत वर्ष जिले के निर्भीक पत्रकार स्व. जगेन्द्र सिंह की हत्या जैसा मामला एक फिर जनपद में होने जा रहा है। इस बार भी टारगेट पर स्व. जगेन्द्र सिंह के साथी रहे जलालाबाद के पत्रकार अनुराग मिश्रा उर्फ़ राजू मिश्रा हैं।पत्रकार अनुराग मिश्रा के खिलाफ पिछले वर्ष स्व. जागेन्द्र सिंह के साथ फर्जी मुकद्दमा राज्य मंत्री  राम मूर्ति सिंह वर्मा की शह पर चौक कोतवाली में लिखवाया गया था इसी मुकद्दमे के कारण पुलिस ने जागेन्द्र सिंह के आवास पर दविश डाली थी तथा दविश के दौरान राज्य मंत्री राम मुर्ति सिंह वर्मा के इशारे पर कोतवाल प्रकाश राय ने पेट्रोल डाल कर ज़िंदा जला दिया था तथा इलाज के दौरान जागेन्द्र सिंह की मौत हो गयी थी इसके बाद से जागेन्द्र सिंह के साथी पत्रकार तथा उनके करीबियों को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है

विनायक विजेता ने खुद को दिए गए ‘सरस्वती सम्मान’ को स्व. राजदेव रंजन के नाम भेंट किया


बिहार के पत्रकार विनायक विजेता को पत्रकारिता क्षेत्र में अमुल्य योगदान और उपलब्धियों के लिए रविवार को ‘सरस्वती सम्मान’ से सम्मानित किया गया। बिहार की अग्रणी कोचिंग संस्था ‘एलिट इंस्टीट्यूट’ द्वारा पटना के होटल ‘मैत्रेय इन’ के सभागार में आयोजित एक भव्य समारोह में पत्रकार विनायक विजेता को तालियों की गड़गड़ाहट के बीच प्रसिद्ध शिक्षाविद ए के राय के द्वारा यह सम्मान दिया गया।

इंडिया न्यूज की एंकर चित्रा त्रिपाठी को सेना की तरफ से मिला प्रशस्ति पत्र

भारतीय सेना की तरफ से चित्रा त्रिपाठी को प्रशस्ति पत्र दिया गया है. यह प्रशस्ति पत्र उन्हें सेना पर उनकी स्पेशल स्टोरीज के लिए दिया गया है.

भारी कर्ज के भार से कराहती भारतीय रेल

एम.वाई. सिद्दीकी
पूर्व प्रवक्ता कानून एवं रेल मंत्रालय

आज की तारीख में भारतीय रेलवे के लिए सबसे बड़ी चिंता उसके ऊपर बढ़ते कर्ज का भार है जिसकी कराह से रेलवे की सारी कमाई धरी की धरी रह जाती है क्योंकि इस कर्ज के ब्याज के रूप में ही भारी भरकम राशि इसे चुकाने पड़ रहे हैं। पत्रकार शशिकान्त सुशांत द्वारा दाखिल आरटीआई के जवाब में रेलवे ने जो अपने कर्ज का आंकड़ा दिया है उसके अनुसार दिसंबर 31, 2015 तक भारतीय रेलवे पर भारतीय रेल वित्त निगम का 82 हजार 961 करोड़, विभिन्न स्त्रातों जैसे वल्र्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक और जापान इंटरनेशनल कॉरपोरेशन एजेंसी से 37 हजार 309 करोड़ और 1 लाख 50 हजार करोड़ रूपये भारतीय जीवन बीमा निगम से कर्ज लिया जा चुका है। इसके साथ-साथ मुंबई-अहमदाबाद के बीच 500 किलोमीटर के बुलेट ट्रेन ट्रैक निर्माण के लिए जापान से 1,00000 करोड़ रूपये की राशि अलग है।

एबीपी न्यूज़ का वायरल सच या टीआरपी का फंडा



एबीपी न्यूज़ पर इनदिनों एक कार्यक्रम आता है वायरल सच। इस कार्यक्रम के जरिये न्यूज़ चैनल दावा करता है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही किसी तस्वीर या वीडियो को दर्शक उनके पास मेल करें और चैनल उसकी पड़ताल कर सच समाज तक पहुंचायेगा। लेकिन एबीपी न्यूज़ का यह वायरल सच सिर्फ टीआरपी तक की सीमित दिखाई पड़ता है क्योंकि इसी साल फरवरी महीने में पीएम मोदी की मां के अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर को लेकर वायरल हो रही तस्वीर पर एबीपी न्यूज़ ने अपनी पड़ताल के बाद जो दावा किया था वह झूठा साबित हुआ।

सत्य स्वदेश के स्टेट हेड हो सकते हैं कुमार मधुकर!

संजीव गिरी
चंडीगढ़। वरिष्ठ पत्रकार कुमार मधुकर अब दैनिक सत्य स्वदेश में सेवा देंगे। बताया जा रहा है कि कुमार मधुकर राष्ट्रीय अखबार सत्य स्वदेश में स्टेट हेड लगाए जा सकते हैं। दावा है कि उनकी ज्वाइनिंग बहुत जल्द ही होने वाली है। सूचना के अनुसार पत्रकार कुमार मधुकर हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और यूपी सभी एडिशनों के को-ऑर्डिनेशन का काम भी देखेंगे। कुमार मधुकर रिपोर्ट सीधे समूह संपादक शंभू सिंह को करेंगे। ध्यान रहे कि शंभू सिंह भी कई नामचीन पत्रकारों में से एक हैं।

बीजेपी का मिशन यूपी : किसानों के बल पर करेंगे मोदी नैया पार

अजय कुमार, लखनऊ

मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे करने के अवसर पर दिल्ली की बजाये पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली हो तो कुछ समझ में नहीं आता है। आखिर अपनी सरकार की खूबियां गिनाने के लिये दिल्ली से अच्छा ‘प्लेटफार्म’ कहां मिल सकता था, जहां देश-विदेश का मीडिया मोदी को हर समय ढंूढता रहता है,लेकिन उनसे बात करने की बजाये मोदी ने सहारपुर आना ज्यादा बेहतर समझा। मोदी के करीबी इसे मोदी स्टाइल पॉलटिकस कहते है। मगर राजनैतिक जानकार इसे बीजेपी का चुनावी शंखनाद की संज्ञा दे रहे हैं।रैली मोदी सरकार के दो वर्षौ के कामकाज की जानकारी जनता को देने के लिये बुलाई गई थी, लेकिन रैली में चर्चा यूपी चुनाव की हो रही थी। मंच पर विराजमान तमाम नेता एक सुर में जनता से यूपी में बीजेपी सरकार बनाने का आशीर्वाद मांग रहे थे तो मोदी अपने आप को यूपी का बताकर विरोधियों को अपनी शैली में सियासी संकेत दे रहे थे। शायद बिहार का दर्द मोदी भूले नहीं है।

जल्द ऐसा दौर आएगा जब बादलों की कोख में पानी नहीं होगा

अभिषेक कांत पाण्डेय

मई की तपती गरमी में पानी की किल्लत आम बात है। वायुमंडल में आग का गोला
बरस रहा है। उत्तर भारत के साथ देश के पहाड़ी क्षेत्र भी भीषण गरमी की
चपेट में है। पिछले पचास सालों में पर्यावरण को जबरदस्त नुकसान पहुंचा
है। आज भी हम क्रंकीट के शहर में खुद को प्रकृति से दूर करते जा रहे हैं।
जंगल की आग हो या इसके बाद नदियों में उठने वाला उफान इन प्राकृतिक आपदा
के हम ही जिम्मेदार है। पहाड़ों पर हमारी हद से ज्यादा बढ़ती दखलअंदाजी
हमने वहां के वातावरण को भी नहीं बख्शा। मैदानी क्षेत्रों में जल की
समुचित व्यवस्था की पहल करने में भी हमने कोई रुचि नहीं दिखायी। देखा
जाये तो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने का काम इस सदी में सबसे अधिक हम ही
लोगों ने किया है। वाहन से निकलता धुंआ भले सुख—सुविधा का प्रतीक हो या
हमारी तरक्की को उजागर करता फैक्टरियों से निकलता धुंआ। पर पर्यावरण को
बचाने के लिए हम पेड़ों को लगाने व उन्हें जिलाने की अपनी जिम्मेदारी से
दूर ही भाग रहे हैं।

नवभारत जीएम बिलासपुर को हो सकती है जेल!

कर्मचारी को प्रताडि़त करने और बेवजह नौकरी से निकालने के आरोप में बिलासपुर नवभारत के महाप्रबंधक सुजीत बोस पर कड़ी कार्यवाही हो सकती है। मिली जानकारी के अनुसार एमपी मिश्र को १ अगस्त २०१४ को बिना पूर्व सूचना दिए और बिना किसी कारण के नौकरी से निकाल दिया गया था। जिसके विरोध में उन्होंने लेबर कोर्ट की शरण ली। अंतत: फैसला उनके पक्ष में हुआ। एमपी मिश्र नवभारत रायगढ़ में विशेष संवाददाता के पद पर कार्यरत थे। लेकिन केस जीतने के बाद भी नवभारत के महाप्रबंधक सुजीत बोस ने अपनी अकड़ दिखाते हुए कर्मचारी को नौकरी नहीं दी। जिसकी शिकायत श्रमायुक्त से की गई जहां प्रकरण चल रहा है।

महाराष्ट्र में मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मदद के लिए महाराष्ट्र के पत्रकार इन अधिकारियों से मिलें







पत्रकारों और गैर पत्रकारों को अब मजीठिया वेज बोर्ड मामले में अपना क्लेम फ़ाइल करने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। महाराष्ट्र के पत्रकारों के लिए कामगार आयुक्त द्वारा एक नया फार्मेट जारी किया जा रहा है जो संभवतः सोमवार की शाम जारी हो जायेगा। साथ ही महाराष्ट्र के सभी कामगार उपायुक्त, सहायक आयुक्त की सूची भी जारी की गयी है और उनका फोन नंबर तथा पता भी जारी किया गया है जो पत्रकारो और गैर पत्रकारों की मजीठिया वेज बोर्ड मामले में मदद करेंगे।

May 28, 2016

आईएफएसएम फेडरेशन के उत्तराखंड अध्य्क्ष महेश नारायण, नारायण परगाई महासचिव बने


देहरादून उत्तराखंड में इण्डियन मीडिया स्माल न्यूज़ पेपर फेडरेशन का नए सिरे से गठन कर लिया गया है. उत्तराखंड प्रदेश अध्य्क्ष पद पर महेश नारायण व महासचिव के रूप में नारायण परगाई का चुनाव हुआ. नेशनल मेंबर के रूप में वर्षा कौशिक, प्रदेश मीडिया प्रभारी व संयोजक के रूप में दीपक धीमान को चुना गया. देहरादून में आयोजित हुई बैठक में संघटन को मजबूती प्रदान किये जाने को लेकर चर्चा की गयी. वहीं राष्टीय अध्य्क्ष के रूप में श्री जनार्धन और पुष्पा पांडेय के प्रति विश्वास व्यक्त किया गया.

'टॉप 10 ब्यूटीफुल महिला ऑफिसर' पर भड़कीं केरल की आईपीएस जोसेफ

केरल की चर्चित महिला आईपीएस ऑफिसर मेरिन जोसेफ का गुस्सा सोशल मीडिया पर भड़का है। उन्होंने अपना गुस्सा अपने फेसबुक अकाउंट में जाहिर किया है। उन्होंने लिखा है कि कुछ मीडिया तंत्र अपना उल्लू सीधा करने के चक्कर में मसाला खबरें परोसने से बाज नहीं आ रहे हैं। केरल के मन्नार की असिस्टेंट सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस मेरिन जोसफ ने महिलाओं के प्रति मीडिया के नजरिए को लेकर सवाल उठाया है। उन्होंने एक वेबसाइट की खबर का लिंक शेयर करते हुए आपत्ति जताई है।

भाजपा सांसद हरीश द्विवेदी का रिपोर्ट कार्ड

डा. राधेश्याम द्विवेदी 

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिला के तेलियाजोत (कटया) निवासी श्री हरीश द्विवेदी का जन्म 22 अक्टूबर 1973 को एक मध्यम वर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ है। उनके पिता श्री साधुशरण दुबे जनता इंटर कालेज में शिक्षक रहे है। 1991 से 1994 तक वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला प्रमुख रहे है। वह 1996 तक प्रदेश सहमंत्री रहे है। बाद में वह अभाविप के विभाग संगठन मंत्री बने।1999 से 2003 तक प्रयाग में संभाग संगठन मंत्री रहे है । 2004 से 2007 तक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष केशरीनाथ त्रिपाठी के राजनीतिक सलाहकार रहे है। इस दौरान वह 2005 से 2007 तक भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री भी रहे। 2007 से 2010 तक भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे। वह 2010 से 2013 तक  भारतीय जनता युवा मोर्चा उत्तर प्रदेश इकाई के भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभाला। उन्होंने भाजयुमो द्वारा सक्रिय रूप से तिरंगे यात्रा में भाग लिया था अनुराग ठाकुर और उन्हें अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ पठानकोट में हिरासत में लिया गया था । 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें बस्ती सदर विधान सभा क्षेत्र से टिकट मिला। 2013 से अब तक वह भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य के रूप में काम कर रहे हैं। 15 मार्च की देर रात लोकसभा प्रत्याशी के रूप में उनके नाम की घोषणा की गई।श्री हरीश द्विवेदी 43 वर्ष में सांसद का चुनाव लड़ा था।  उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के एक सदस्य के रूप में श्री  हरीश द्विवेदी जुझारू तेवर के चलते  भारत की सोलहवीं लोकसभा के सांसद  हैं।

JALANDHAR JAGRAN KA KARNAMA

कुछ दिन पहले आपको दैनिक जागरण जालंधर के कपूरथला एडिशनल का कारनामा दिखाया था। दैनिकमेल के मुख्य संपादक निखिल शर्मा दैनिक जागरण में डेढ़ दशक से भी अधिक तक क्राइम रिपोर्टर रहे है। मजीठिया वेतन को लेकर उनका जागरण से पंगा चल रहा है। जागरण के समाचार संपादक विजय गुप्ता के खिलाफ उन्होंने शिकायत भी दर्ज करवा रखी है अौर जांच पुलिस के पास चल रही है।

भारत में स्पीडी जस्टिस के नायक बन बए हैं के के शर्मा

जून की छुट्टियों में न्यायिक कार्य करने की फिर मांगी अनुमति    
       
The right to speedy trial is first mentioned in the landmark document of english law " The Magna carta ".  जिस देश की न्याय पालिका में ३ करोड़ से ज्यादा केशो की फाइलें लंबित हो , जिस देश में जिला न्यायालयों में  ७३००० लोगो पर एक जज हो जो कि  अमेरिका से सात गुना  कम हैं ,जिस देश में औसतन  प्रत्येक जज के पास १३५० केसेज पेंडिंग हो, जिस देश में एक जज एक माह मे औसतन ४३ केसेज  का ही  निपटारा कर पाता हो , उस देश में  न्याय की परिकल्पना के लिए स्पीडी जस्टिस के अलावा और कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता। भारत में जिला न्यायालयों में पेंडिंग केशज में दो तिहाई क्रिमिनल केश हैं और उनमे भी प्रत्येक १० में से १ केश १० साल से ज्यादा समय से पेंडिंग हैं।   देश भर के न्यायालयों में इतनी बड़ी पेंडेंसी को देखते हुए यदि सभी न्यायाधीशों के खाली पदों को भर भी दिया जाए तो भी न्यायपालिका में फाइलों के इस अम्बार को निपटाने के लिए स्पीडी जस्टिस की अवधारणा को अपनाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प दिखाई नहीं पड़ता। यदि इसी गति से काम चलता रहे तो भारत में जिला न्यायालयों में सिविल केशज कभी ख़त्म नहीं होंगे और क्रिमिनल केशो को ख़त्म करने में ३० साल लग जाएंगे। नेशनल जुडिशियल डाटा ग्रिड ( एन जे  डी जी ) के ये ताजा आंकड़े चौंकाने वाले हैं।

यूपी : सुरक्षा व्यवस्था को चकमा दे आरटीआई कार्यकर्ताओं ने शुरू किया ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन

लखनऊ / उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग  में महिला यौन-उत्पीडन
मामलों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के निर्देशानुसार विशाखा समिति
बनाने और आयोग की सभी कार्यवाहियों की शत-प्रतिशत वीडियो रिकॉर्डिंग
कराने,इन रिकॉर्डिंग्स को आईटी एक्ट में प्राविधानित समय तक संरक्षित
रखकर किसी भी पक्ष द्वारा मांगे जाने पर उपलब्ध कराने की मांगों को पूरा
कराने के लिए सूचना आयोग में ‘सविनय कार्य बहिष्कार’ आन्दोलन की शुरुआत
करने की आरटीआई कार्यकर्ताओं की घोषणा के चलते आज गोमतीनगर स्थित आरटीआई
भवन को अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर मानों छावनी में बदल दिया गया था l
आरटीआई भवन के क्या बाहर और क्या अन्दर सभी जगह नागरिकों से अधिक पुलिस
बाले कार्यकर्ताओं की मुहिम को विफल करने के लिए मुस्तैद नज़र आ रहे थे
किन्तु आरटीआई कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार,सूचना आयोग प्रशासन और जिला
प्रशासन के सभी मंसूबों पर पानी फेरते हुए सारी सुरक्षा व्यवस्था को चकमा
देते हुए न केवल आरटीआई भवन में प्रवेश किया अपितु सूचना आयोग के कार्य
का वहिष्कार करने संबंधी फार्म भरकर आयोग में प्राप्त कराकर ‘सविनय कार्य
बहिष्कार’ आन्दोलन  की शुरुआत भी कर दी l

अस्सी साल के मेहंदी हसन ठेला खींचते हुए....







रामजी मिश्र 'मित्र'
सीतापुर/ "झोपड़ियाँ शबनम ए क़तर को तरसती रहीं, बदलियाँ उठती हैं महलों पर बरस कर चली जाती हैं" किसी की ये चंद लाइने सीतापुर जिले की हकीकत पर कितना सटीक बैठती हैं। कहने को तमाम योजनाएँ आयीं और चली गईं लेकिन वह महज कागजी साबित होकर रह गयीं। यूं तो योजनाओं का ढिंढोरा पीटने वाली तमाम सरकारों के कार्यकाल में कई सावन आए और गए लेकिन हम उन लोगों की जिंदगी सामने लाने जा रहे हैं जिनका हर सावन सूखा का सूखा ही रहा। आज भी जिंदगी कल की तरह वैसे ही बेबस है हकीकत जानने के बाद आप यहीं कहने वाले हैं। बेबस और लाचार जिंदगी जीने वाले लोग कई हैं नतीजन अधिकारी, नेता सब सवालों के घेरे में हैं और सबसे बड़ा सवाल खड़ा हुआ है भारत में यह कैसा लोकतन्त्र है? तमाम वादों और दावों के बीच भी जगन्नाथ की जिंदगी उन दावो और वादों को महज छलावा साबित करती नजर आ रही है। जगन्नाथ की उम्र अस्सी साल है। जगन्नाथ महोली तहसील के कलवारी कला में रहता है।

जुम्मे को जहाँगीरी घंटा!

आज जुम्मा है, आज का वादा है, लो फिर आ गया जुम्मा, फिर लगेंगी कतारे, फिर लगेगा दांव, धक्का मुक्की खींचा तानी सब होगा यहाँ, गाँव देहात की अनपढ़ जनता नही, ये होंगे समाज के चौथे स्तम्भ के पुरोधर और स्थान होगा अत्यंत संवेदनशील मुख्यमंत्री कार्यालय ,, इधर कुछ साल से समाचार पत्रों के लिए उत्तर प्रदेश में जुम्मे के दिन का ख़ास महत्त्व हैं, उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार में जहाँ प्रदेश उत्तम प्रदेश की तरफ अग्रसर हुआ वहीँ समाचार पत्रों की फ़रियाद के लिए भी नया प्रयोग किया गया, जुम्मे का घंटा, यह अभिनव प्रयास मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है.

May 26, 2016

खाकी – चरितमानस

पुलिस तो एक रासायनिक यौगिक है जो पैसा +पॉलिटिक्स+प्रेशर से तैयार होता है |हम भ्रम में रहते हैं तो यह कसूर हमारा है| पुलिस और ईमानदार दो  विरोधा भाषी बातें हैं| मैंने सुना तो बहुत है पर आजतक एक भी ईमानदार पुलिसवाला नहीं देखा|अगर कोई ईमानदार है भी तो वह साहसी नहीं है| उसकी ईमानदारी किस काम की| पुलिस में रहकर जो ईमानदार दिखाई देते हैं समझिये वे ईमानदार तो नहीं किन्तु खुले रूप से भ्रष्ट नहीं हैं| पुलिस से ज्यादा डरपोक और कोई नहीं होता जोकि साल में  भारत में ही दस हज़ार से ज्यादा लोगों को फर्जी  मुठभेड़ और हिरासत में मारती है| पुलिस में ऐसा वातावरण ही नहीं होता कि वहां ईमानदारी  पनपे| गलती से यदि कोई ईमानदार पुलिस में भर्ती हो भी जाए तो वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सकता| पुलिस में भर्ती  होने वाले भी परिस्थितियाँ जानते हैं और सोच  समझकर भर्ती होते हैं|

ब्लफमास्टर विक्रम राव का नया पैंतरा

प्रिय प्रकाश मिश्रा

हमे सचमुच नही पता कि आप वाकई हाड़-मांस के बने कोई इंसान हो या विक्रम राव के पैदा किए हुए कोई भूत-पिशाच क्योंकि अपने कुकर्मों को ढंकने के लिए एसा करना उसके लिए स्वाभाविक है। हां अगर आप सच में कोई हैं तो फिर हमें आपको बधाई देनी चाहिए इस तरह की मनगढ़ंत और फरजीवाड़े से भरी कहानी रचने के लिए।

पुलिस की मुठी में बंद स्वतंत्रता का अधिकार

सात वर्ष तक सजा के अधिकांश मामलों में व्यक्ति के गायब होने , गिरफ़्तारी को टालने या अपने सामान्य निवास स्थान से भागने की संभावनाएं बहुत कम हैं .ऐसे मामलों में मात्र उपस्थित होने का नोटिस या समन , जैसी भी स्थिति हो , पर्याप्त होना चाहिए .मात्र उन मामलों में जहाँ आशंका हो कि व्यक्ति नोटिस / समन की अनुपालना नहीं करेगा और यह विश्वास है कि उसे पुनः गिरफ्तार करने में अनावश्यक खर्चा व श्रम होगा तब उसे दमनात्मक उद्देश्य के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए .सामान्य कानून की परम्परा पुलिस अधिकारियों को  अनुसंधान की विस्तृत शक्तियां सौंपने की रही है .इसकी हमेशा प्रवृति रही है कि व्यक्ति की स्वतंत्रता या सम्पति में दखल देने की शक्ति और अधिकृति सख्त रूप से सीमित की जाये .

कांग्रेस मुक्त भारत का सच

-एच.एल.दुसाध
चार अप्रैल से शुरू होकर 16 मई,2016 तक चले  पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद जब लगभग डेढ़ महीने के लम्बे इंतजार के बाद 19 मई को जो चुनाव परिणाम आया,उसे देखते हुए कोई सोच नहीं सकता था कि भाजपा उसे कांग्रेस-मुक्त भारत की दिशा में ‘दो कदम और’ के रूप में देखेगी,किन्तु उसने ऐसा किया .असम में विजय सुनिश्चित होते देख भाजपाध्यक्ष अमित शाह ने असम से बाहर चार राज्यों की 500 सीटों पर जमानत जब्त होने और महज 4 सीटों पर विजय जैसी शर्मनाक विफलता से राष्ट्र का ध्यान दूसरी ओर मोड़ने के लिए लिए विक्ट्री चिन्ह बनाकर पांच राज्यों के चुनाव परिणाम को ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ की दिशा में एक बड़ा कदम बता दिया.

बौद्धों की जनसँख्या वृद्धि दर में भारी गिरावट

एस.आर. दारापुरी
आई.पी.एस. (से.नि.)
राष्ट्रीय प्रवक्ता, आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट 

2011 की जनगणना के अनुसार देश में बौद्धों की जनसख्या  वृद्धि दर में भारी गिरावट सभी आंबेडकरवादियों के लिए गंभीर चिंता का विषय होना चाहिए क्योंकि बाबासाहेब ने दलितों की मुक्ति के लिए बौद्ध धम्म को एक कारगर हथियार के रूप में अपनाया था. इस के पीछे उनका मुख्य उद्देश्य दलितों को हिन्दू धर्म की नारकीय जाति व्यवस्था से मुक्त करके उन्हें बौद्ध धम्म की जातिविहीन सामाजिक व्यवस्था में स्थापित करना था. यह केवल धर्म परिवर्तन ही नहीं बल्कि दलितों की आर्थिक और मानसिक मुक्ति का भी मार्ग है.

May 25, 2016

आरुषि के 22वें जन्मदिन पर राज महाजन का संगीतमय तोहफा

14 वर्षीया चाहत ने लिखा और गाया आरुषि के लिए गाना, मोक्ष म्यूजिक कंपनी ने किया पुरे विश्व में गाने को रिलीज़ 

कहते हैं अंतरात्मा दोषी है माना पापा, इल्ज़ाम क्यों उनपे लगाया गया, मुजरिम उन्हें ही क्यों बनाया गया, भगवान तू ही है बता, क्यों दी उनको ये सज़ा. वैसे तो ये सिर्फ चंद लाइन हैं जिन्हें किसे ने गाया तो ये गाना बन गया, लेकिन वास्तविकता कुछ और ही कहती है. ये एक ऐसी बेटी की गुहार है जो अब इस दुनिया में नहीं है और उसके खून के इलज़ाम में उसी के अपने माता-पिता जेल में कैद हैं. विडंबना तो देखिये जिन्होंने पैदा किया क्या वो मार सकते हैं वो भी अपनी एकलौती औलाद को? इस सवाल पर सबके मुंह पर ताले लग जाते हैं.

गोरखपुर में पत्रकारों ने किया प्रदर्शन, सुरक्षा समेत कई मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन, देखें तस्वीरें



गोरखपुर । इण्डियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सेराज अहमद कुरैशी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमण्डल हाथ में काली पट्टी बॉधकर एवं पत्रकारों की मॉगों से सम्बन्धित तख्तियॉ हाथों में लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचा। जिलाधिकारी की अनुपस्थिति में पत्रकारों की निर्मम हत्याओं, प्राणघातक हमलों एवं उनकी विभिन्न समस्याओं से सम्बन्धित राष्ट्रपति को सम्बोधित आठ सूत्रीय ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट गोरखपुर के सौंपा।

भैंस, चाय और चुनौती : लालू और मोदी जैसी 'सियासी फ़ितरतों' से सावधान रहने की है जरूरत

कमलेश पाण्डेय 
"लोकतंत्र को मूर्खों का शासन" बताने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अमूमन गरीबी और तंगहाली के बीच जिस तरह से उन्होंने अपना और अपने देश का निर्माण किया, वह हर किसी के लिए प्रेरणादायी है। अब वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन लोकतांत्रिक मुल्कों के बुद्धिजीवियों के दिल को उनके उपरोक्त शाश्वत विचार आज भी कुरेदते रहते हैं कि कितने सही थे वो। कितने दूरदर्शी थे वो। उन्होंने जिस अमेरिका का निर्माण किया, आज उसका दूसरा कोई सानी नहीं। सचमुच में, आज यदि वो होते तो अवश्य कह सकते थे कि "लोकतंत्र 'अपराधियों/बाहुबलियों' का शासन है। लोकतंत्र 'पूंजीपतियों' का शासन है। लोकतंत्र 'शातिर मिजाज' के लोगों का शासन है।"

Debabrata Maji conferred with another Lifetime Achievement Award

Debabrata Maji of Mechanical Engineering Department of North Eastern Regional Institute of Science and Technology (NERIST), Nirjuli (Itanagar), Arunachal Pradesh has been conferred with the most prestigious “UWA LIFETIME ACHIEVEMENT AWARD’ for his praiseworthy services, amazing manner and enduring excellence that he has contributed towards the welfare of the people not only in his professional capacity but also in his individual capacity and the noble example he has set for his peers and entire community.

May 19, 2016

गोमांस बता एक करोड़ का बेचा गया ओमैसम बरामद, भदोही पुलिस का चेहरा बेनकाब

भदोही । उत्तर प्रदेश के भदोही जिले के चर्चित गोमांस प्रकरण का खुलासा होने के बाद भदोही पुलिस का काला चेहरा बेनकाब हो गया है। जाँच के बाद यह बात साफ हो गयी कि तत्कालीन थानाध्यक्ष गोपीगंज रमेश चौबे ने जनवरी में जो 7000 किग्रा गोमांस बरामद करने और उसे ज़मीन में दबाने का दावा किया था वह उनकी साजिश थी। जबकि वह ओमैसम था यानी एक तरह का नमक लगा सूखा मांस था जिसकी कीमत लगभग एक करोड़ रूपये थी। एसओ ने अपने क्राइम ब्रांच के एक सहयोगी की मदद से उसे बेच दिया। यह कोलकाता से हापुड जा रहा था। इस मामले की जाँच मिर्जापुर डीआईजी अपने स्तर से करवा रहे थे। पुलिस ने इस मामले में जहाँ माल बरामद किया है वहीँ तीन अभियुक्त को गिरफ्तार भी किया है जबकि दोषी पुलिस कर्मी इस मामले में निलम्बित हैं।

महाराष्ट्र में पल्बिसिटी डिपार्टमेंट की बागडोर अब पुलिस अफसर के हाथ

महराष्ट्र में पब्लिसिटी विभाग की कमान अब एक वरिष्ठ पुलिस अफसर  के हाथ  सौंपने की पूरी तय्यारी सरकार ने की है.अब तक एक आईएएस अधिकारी इन्फार्मेशन और पल्बिसिटी डिमार्टमेंट का डायरेक्टर जनरल रहा करता था. लेकिन इतिहास में पहिली बार एक आईपीएस अधिकारी के हाथ में इस विभाग की कमान सौंपी जा रही है. विद्यमान डीजी चंद्रशेखर ओक का पिछले हफ्ते ही तबादला हुआ है. उनकी जगह पर अब तक किसी को पोस्टिंग नही दी गयी. इसी बीच खबर ऐसी आ रही है कि वरिष्ठ पुलीस अधिकारी ब्रिजेश सिंह को पल्बिसिटी डिपार्टमेंट का नया बॉस बनाने का मन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बना लिया है.

एनबीएस और स्वराज एक्सप्रेस में समझौता, नये नाम से आयेगा एसएमसीसी इनसाइट

भोपाल से एक बड़ी खबर है। खबर में अगर दम है तो स्वराज एक्सप्रेस और एसएमबीसी इनसाइट के कर्मचारियों के बुरे दिन का दौर फिलहाल खत्म जायेगा । भोपाल के एक पंच सितारा होटल में स्वराज एक्सप्रेस और एनबीएस के एक प्रतिनिधिमंडल के बीच एसएमबीसी को नये नाम से लाने  का फैसला किया गया है। लेकिन चैनल का नाम ना तो स्वराज एक्सप्रेस होगा और न ही इनसाइट इंडिया। गौरतलब है कि एसएमबीसी इनसाइट चैनल  को सी मीडिया सर्विस प्राइवेट लिमिटेड चला रही थी लेकिन आर्थिक संकट के कारण कंपनी ने एनबीएस को चैनल लीज पर दे दिया । लेकिन एनबीएस भी चैनल को संभाल नही पाई और चैनल पर देनदारी बढ़ती चली गई । इससे परेशान सी मीडिया सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के मालिक प्रकाश शर्मा ने गुप चुप तरीके से चैनल को स्वराज एक्सप्रेस वालों के हवाले कर दिया।

पत्रकारों की ही हत्या क्यों?

-अरुण श्रीवास्तव-

सीवान में पत्रकार की हत्या कर दी गई। आयेदिन पत्रकारों पर हो रहे अत्याचारों की जानकारी अखबारों सहित विभिन्न माध्यमों से मिलती रहती है। ताजा मामला हिंदुस्तान समाचार पत्र के सीवान ब्यूरो चीफ राजदेव की है। बदमाशों ने उन्हें शाम साढे सात बजे रेलवे स्टेशन के समीप गोली मारी थी। अब सवाल यह भी तो उठता है कि पूरी दुनिया में लिखने पढने वाले पेशे से जुडे (पत्रकार और लेखक) लोग ही क्यों मारे जा रहे हैं।  पिछले साल आतंकवादियों ने अखबार के कार्यालय में घुसकर एक कार्टूनिस्ट की हत्या कर दी तो मुंबई में अंधविश्वास के खिलाफ लडने वाले लेखक की। गत वर्ष इलाहाबाद दैनिक जागरण के पत्रकार श्यामैन्द्र कुश्वाहा का बदमाशों ने अपहरण कर लिया था तो शराब माफिया ने अमर उजाला के पत्रकार उमेश डोभाल का।

प्रतिरोध धरने के माध्यम से ‘व्हिसिल ब्लोवर प्रोटेक्शन कानून’ और ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’ लागू करने की मांग

अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामलो का खुलासा करने वाले पत्रकारों और सूचनाधिकार कार्यकर्ताओं का उत्पीडन बंद हो... प्रतिरोध धरने के माध्यम से ‘व्हिसिल ब्लोवर प्रोटेक्शन कानून’ और ‘पत्रकार सुरक्षा कानून’ लागू करने की मांग... काली पट्टी बाँध कर विरोध दर्ज कराया 

सूचना के अधिकार के प्रयोग से भ्रष्टाचार के मामलों को उजागर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं और खोजी पत्रकारों  पर लगातार हो रहे जानलेवा हमलों को रोकने और उन्हें संरक्षण एवं सुरक्षा प्रदान करने के मुद्दे पर आज ‘साझा संस्कृति मंच’ और ‘सूचना का अधिकार अभियान उत्तर प्रदेश’  से जुड़े सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने आज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंह द्वार पर काली पट्टी बाँध कर प्रतिरोध धरना आयोजित करके देश भर में सूचनाधिकार कार्यकर्ताओं, पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर आये दिन होने वाले हमलों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि व्यवस्था में पारदर्शिता के लिए सूचना के अधिकार के प्रयोग करने वालों तथा भ्रष्टाचार व अनियमितता के मामलो का खुलासा करने वालों का उत्पीडन और उनपर हो रहे जानलेवा हमलों पर कोई ठोस कार्यवाही नही होने से इस तरह की घटनाएं आम होती जा रही हैं.

लाशों पर घड़ियाली आंसूओं के बजाय ज़िदा पत्रकारों को बचाइए

जैसे ही किसी पत्रकार की हत्या की ख़बर आती है कैंडल मार्च और थोड़ा बहुत शोर और प्रदर्शन समेत ज्ञापनों के नाम पर कुछ दिन हंगामे के बाद मानो अगली हत्या के इंतज़ार में लोग ख़ामोश हो जाते हैं।  हाल ही में बिहार समेत कई जगहों पर कुछ पत्रकारों की हत्या के बाद भी कई दिनों तक कुछ संघटन और पत्रकारों ने अपने ख़्याली ग़ुस्से और विरोध से सरकार और प्रशासन को हिलाने की कोशिश की।  लेकिन ज़मीनी सच्चाई इसके बिलकुल उलट है। हो सकता है मुझ से कुछ लोग और नाराज़ हो जाएं। चूंकि पहले ही काफी लोग नाराज़ दिखते हैं। इसलिए कुछ और भी हो जाएं तो अपनो की नाराज़गी का भला किया गिला। लेकिन बेहद अदब के साथ फिलहाल यही कहना है कि भाइयो अपने पत्रकार साथी की मौत का इंतज़ार करने की बजाय उनकी ज़िंदगी में ही उन हालात का विरोध कर लो जिनकी वजह तिल तिल मरता पत्रकार अपनी ही लड़ाई को हार बैठता है। आज आपसे एक सच्ची और ख़ुद से साथ घटित घटना का ज़िक्र करते हैं।

वाह रे मुलायम की सियासत-वफादारों को दुत्कार और गुंडा, बदमाश कहने वालों को ईनाम!

दिल्ली (17 मई 2016)- क्या मुलायम सिंह यादव गुंड़े हैं..?  क्या मुलायम सिंह यादव बदमाश हैं...?  क्या मुलायम सिंह यादव के संबध आतंकवादियों से हैं...? क्या मुलायम सिंह यादव मुसलमानों के दुश्मन हैं...? क्या मुलायम सिंह ने मुज़फ़्फ़रनगर में मोदी से मिलकर दंगे कराए थे...? क्या मुलायम सिंह यादव सरकार बनवाने के एवज़ कमीशन खाते हैं... ? क्या मुलायम सिंह यादव घोटालेबाज़ हैं...? आखिर कौन लगा रहा है इतने गंभीर आरोप...?

ब्यूरो चीफ नहीं आते दफ्तर, सारा काम कराते हैं रिपोर्टर्स से

हिन्दुस्तान के गाजियाबाद (ट्रांस हिंडन ब्यूरो) के रिपोर्टर्स यहां के ब्यूरो चीफ से परेशान हैं। ब्यूरो चीफ महकार सिंह ढिलोन रोजाना छुट्टी पर रहते हैं। दफ्तर का कोई काम खुद नहीं करते हैं। नोएडा से आए सारे प्लान को रिपोर्टर्स के हवाले करते हुए कहते हैं कि यह संपादक जी की लकड़ी है, पूरी हो जानी चाहिए। रिपोर्टर्स के किए गए काम पर अपनी बाइ लाइन देते हैं और सारा श्रेय खुद लेने की कोशिश करते हैं।

विश्व संग्रहालय दिवस पर दुष्यन्त संग्रहालय में ‘शब्द-चित्र’ और वरिष्ठ रंगकर्मी हमीद मामू सम्मानित



भोपाल। ‘‘स्मृतियाँ हमारे जीवन का अनिवार्य अंग है। स्मृतियाँ ही हमें मनुष्य बनाती हैं। दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय इन स्मृतियों को संजोकर रखने का अनमोल कार्य का रहा है।’’-ये विचार थे माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष श्री संजय द्विवेदी के। वे संग्रहालय विश्व संग्रहालय दिवस पर दुष्यन्त कुमार स्मारक पाण्डुलिपि संग्रहालय द्वारा आयोजित समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।

समाजवादी सरकार में एक विकलांग दम्पत्ति की दुर्दशा

महोदय जी
सादर प्रणाम

मैं जयचन्द मौर्य ग्राम मनौवां पोस्ट खमरिया जनपद मीरजापुर का रहने वाला हूँ महोदय मैं पेशे से एक प्राईवेट अध्यापक हूँ आपको अपनी पानी की गम्भीर समस्या तथा विकलांग शादी अनुदान का आज तक न मिलना  व जनपद मीरजापुर के विभागिय भ्रष्टाचार के विभिन्न बिन्दूओं पर साक्ष्य के साथ अवगत कराना चाहता हूँ जो निम्न रुपों में है –

महोदय जी –

आगुस्ता वेस्टलैंड से उठती दुर्गन्ध : सारा क़िस्सा इटली में छपने के बाद सोनिया की हालत ख़राब हो गई लगती है

डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री

आगुस्ता वेस्टलैंड का मामला एक बार फिर सुर्खियों  में आ गया है । भारत सरकार ने २०१०में इटली की एक कम्पनी की आगुस्ता वेस्टलैंड से १२ हैलीकाप्टर ख़रीदने का अनुबन्ध किया । हेलीकाप्टरों की वायुसेना को ज़रूरत थी । ये हैलीकाप्टर अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिए चाहिए थे ताकि अति ख़तरनाक स्थान पर भी उन्हें सुरक्षित ले जाया जा सके । किस प्रकार के हैलीकाप्टर चाहिए , इस पर ज़्यादा ध्यान देने की बजाए , किस से ख़रीदने चाहिए इस पर निर्णय लेने वाली कमेटी ने ज़्यादा ध्यान दिया । उस समय वायु सेना प्रमुख एस पी त्यागी थे । जब एक बार यह निर्णय हो जाए कि माल क़िससे ख़रीदना है, फिर माल की स्पैसिफिकेशन बदलते भला कितनी देर लगती है ? फ़ैसला हो गया था कि हैलीकाप्टर आगुस्ता बेस्टलैंड का ही ख़रीदा जाएगा । बस फिर क्या था । उसी के हैलीकाप्टर को ध्यान में रख कर सरकारी फ़ायलों में तस्वीरें बनने लगीं ।

May 18, 2016

विचार महाकुंभ : संघ परिवार के सामने विचारों को जमीन पर उतारने की चुनौती



-संजय द्विवेदी

 उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ का लाभ लेते हुए अगर मध्यप्रदेश सरकार ने जीवन से जुड़े तमाम मुद्दों पर संवाद करते हुए कुछ नया करना चाहा तो इसमें गलत क्या है? सिंहस्थ के पूर्व मध्य प्रदेश की सरकार ने अनेक गोष्ठियां आयोजित कीं और इसमें दुनिया भर के विद्वानों ने सहभागिता की। इन गोष्ठियों से निकले निष्कर्षों के आधार पर सिंहस्थ-2016 का सार्वभौम संदेश सरकार ने जारी किया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने नवाचारों और सरोकारों के लिए प्रसिद्ध हैं। उनकी मंशा थी कि कुंभ के अवसर पर होने वाली विचार विमर्शों की परंपरा को इस युग में भी पुनर्जीवित किया जाए। उनकी इस विचार शक्ति के तहत ही मध्यप्रदेश में लगभग दो साल चले विमर्शों की श्रृंखला का समापन उज्जैन के समीप निनोरा गांव में तीन दिवसीय ‘अंतराष्ट्रीय विचार महाकुंभ’ के रूप में हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना सहित आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने भी शिरकत की।

बिहार और झारखंड में पत्रकारों की हत्या और विखंडित पत्रकारिता

पलाश विश्वास

पत्रकारिता उतनी आसान नहीं है ,जितना रात दिन 24 घंटे लाइव सूचना विस्फोट के बाजार और ग्लेमर से नजर आता है। दुनियाभर में सत्तावर्ग को सबसे ज्यादा सरदर्द प्रेस की आजादी की वजह से है।प्रेस को साधे बगैर सत्ता के लिए मनमानी करना असंभव है और इस लिए सधे हुए पत्रकारों की तुलना में बागी जनपक्षधर पत्रकारों पर हमले हर देश में हर काल में होते रहते हैं। हमारे पड़ोस में बांग्लादेश में हर साल ब्लागरों, कवियों, लेखकों के साथ बड़े पैमाने पर हर साल प्रेस पर हमले होते हैं और मारे जाते हैं पत्रकार।अब हम भी तेजी से बांग्लादेश बनते जा रहे हैं।विडंबना है कि इस सिलसिले में जनता को कोई मुद्दा प्रसंगिक नहीं है।

पत्रकारों की हत्या के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्री के आवास पर एनयूजे ने किया प्रदर्शन

नई दिल्ली । नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (एनयूजे) ने बिहार के सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन और झारखण्ड के चतरा में पत्रकार इंद्रदेव यादव की हत्याओं के विरोध में शनिवार को यहाँ केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर प्रदर्शन किया और इन घटनाओं की सीबीआई जांच कराने की मांग की। साथ ही दोनों पत्रकारों के परिजनों को 20-20 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग भी की। रास बिहारी के नेतृत्व में एनयूजे और डीजेए के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाक़ात की। प्रतिनिधिमंडल में एनयूजे कोषाध्यक्ष दधिबल यादव, कार्यकारिणी सदस्य सीमा किरण, डीजेए अध्यक्ष अनिल पाण्डेय और जेयूजे उपाध्यक्ष विनोद विश्वकर्मा शामिल थे। केंद्रीय गृहमंत्री ने इन घटनाओं की राज्य सरकारों से रिपोर्ट मंगाने और कार्रवाई किये जाने का आश्वासन दिया। उन्होंने फरीदाबाद में महिला पत्रकार की रहस्यमय हालात में मौत की घटना में भी वाज़िब कार्रवाई का भरोसा दिया।

ऊं को लेकर विवाद निरर्थक!

अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ऊं के उच्चारण की अनिवार्यता और
साम्प्रदायिक रंग देकर बेवजह का विवाद, योग के प्रति वैश्विक-आस्था को
चोट पहुचान के सिवाय कुछ भी नहीं है। जहां तक योग का सवाल है, तो
इस्लामिक इवादत की सम्पूर्ण प्रक्रिया ही योग के विविध आयाम हैं, सर्वथा
शरीर को निरोग रखने में परवर दिगार (ईश्वर) की नियामत (कृपा) के रूप में
स्वीकार किया जाता है। ‘योगश्चित्तवृत्तिः निरोधः’ एवं ‘योगः कर्मसु
कौशलम्’ यानी ‘‘चित्तवृत्ति पर नियंत्रण एवं कर्म की कुशलता के
सिद्धान्त’’ को भला कौन सा मजहब स्वीकार नहीं करता? समूचा प्राणी जगत
स्वाभाविक रूप से कर्म-कौशल एवं आधि-व्याधिग्रस्त होते ही चित्तवृत्ति को
रोक देता है, फिर योग को हिन्दुत्व की संकीर्णता में कैसे समेटा जा सकता
है? ‘योग’ पूर्णता पंथनिरपेक्ष प्राणी मात्र की जीवन-शैली है।

पत्रकार की हत्या के विरोध में साउथ एशियन वीमेन इन मीडिया का प्रतिरोध मार्च



पटना। पत्रकारों पर हमला जनतंत्र पर हमला है, पत्रकारों पर हमला बंद करों, पत्रकारों पर हमला करने वालों दंड दो, पत्रकारों को सुरक्षा दो, इन नारों के साथ साउथ एशियन वीमेन इन मीडिया (स्वाम) की ओर से प्रतिरोध मार्च का आयोजन रविवार को किया गया. प्रतिरोध मार्च सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन और झारखंड के अखिलेश प्रसाद सिंह की हत्या के विरोध में निकाला गया है. मार्च रेडियो स्टेशन से डाक बंगला चौराहे तक निकाला गया.

विचार कुंभ : परंपराओं को जीवित रखने का प्रयास

-डॊ. सौरभ मालवीय
मध्यप्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ के दौरान 12 से 14 मई तक निनौरा में तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय विचार महाकुंभ का आयोजन किया गया. इस दौरान धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी खुलकर चर्चा की गई. वक्ताओं ने कृषि, पर्यावरण, शिक्षा, संस्कृति, भाषा, चिकित्सा, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण आदि विषयों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए देश और समाज के उत्थान पर बल दिया.

Express Avenue awarded with the title of “Most Admired Shopping Centre of the year 2016” in South

Only mall in South India to be awarded under this category

Chennai:   Express Avenue, the destination shopping mall of India has won the title of “Most Admired shopping Centre of the year 2016”. This award has been presented to Express Avenue under sales performance per sq. feet Category.  It is the only mall in South India to be awarded under this category. India Shopping Centre Forum culminated in the 9th edition of the annual IMAGES Shopping Centre Awards (ISCA) ceremony which happened recently in Mumbai in which this award was presented for Express Avenue. The IMAGES Group is trusted as the catalyst for profitable growth of modern retail through knowledge platform leadership. ISCA 2016 honoured India’s leading malls from both metros and non-metros on the basis of sales performance of retailers, as well for outstanding marketing drives and social & community activities.

छात्रावास प्रवेश फॉर्म 20 मई से प्रारंभ

बाड़मेर। श्री किसान छात्रावास में कक्षा 9 से 12 तक के नियमित अध्ययनरत छात्रों के रहने की तथा श्री किसान कन्या छात्रावास में कक्षा 11 से स्नात्तक स्तर तक की नियमित अध्ययनरत छात्राओं के रहने की व्यवस्था है।

May 17, 2016

UPSC ASPIRANTS DYING : 11th DAY HUNGER STRIKE!

Sir,

As you might already know, UPSC aspirants are sitting on hunger strike for the last 11 days near Batra, Mukherjee Nagar. Their health condition is deteriorating day by day, getting unconscious and are admitted to hospital, time and again. We humbly request you to kindly PUBLISH THE NEWS ARTICLE (Attached Below) along with pictures, in your newspaper tomorrow.

We are Civil Services aspirants of the the CSAT-era (2011-2015), when the examination syllabus witnessed colossal revisions, as frequently as every alternate year, first in 2011, then in 2013 and again in 2015. CSAT introduced in 2011 has been proved to favour a small section of aspirants leaving a large number of aspirants gravely affected.

Thousands of aspirants across the country have submitted petition to various political leaders seeking fresh attempts. Various parliamentarians including Sharad Tripathi (BJP), Shri Varaprasad Rao Velagapalli (MP of Tirupati, Andhra Pradesh), Shri Ajay Mishra Taini (MP of Kheri, Uttar Pradesh), Smt. Ranjeet Ranjan (MP of Supaul, Bihar) to name a few. About 180 MPs, cutting across party lines have supported our cause and gave letter or recommendations.

Given this background, we request you to kindly publish the attached news item, at the earliest possible. Thanks a zillion for your kind help.

VENUE: SHYAM PRASAD MUKHERJEE STATUE, NEAR, BATRA CINEMA, MUKHERJEE NAGAR, NEW DELHI.
CONTACT: 08285721223, 09540708638, 9911779834

Warm Regards,
Team CSE-JUSTICE.
Contact: 08285721223, 09540708638, 9911779834
www.csejustice.com


17 MAY 2016 (DELHI): Mr.Anurag Thakur (MP, BJP,Hamirpur) visited the HUNGER strike venue staged by UPSC aspirants in Mukherjee nagar today, demanding 3 additional attempts in lieu of frequent and short notice changes in UPSC Civil Service Examination during 2011-15. Earlier Smt.Rajini Abbi(Vice President,BJP,Delhi), Shri.Atul Kothari (Secretary,Shiksha Sanskriti Utthan Nyas), Shri.Arun Kumar(MP) and Shri.Sharad Tripathi(MP) also visited the hunger strike venue and extended their support by addressing the aggrieved aspirants.

हिन्दू महासभा के नेता का कहना है- ''हिन्दू आतंकवाद के जनक दिग्विजय सिंह, शरद पवार और हेमंत करकरे''

डॉ0 संतोष राय

कांग्रेस और उसके टुकड़ों पर पड़ने वाले कुछ अति-सिकुलर पुलिस अधिकारियों ने हिन्दू आतंकवाद या भगवा आतंकवाद के नाम का आविष्कार किया और उक्त अधिकारियों में श्री हेमन्त करकरे प्रमुख थे।  हिन्दू या भगवा आतंकवाद को महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित मालेगांव में 29 सितंबर 2008 में हुए बम्ब धमाके से जोड़ा जाता है। इससे पहले 8 सितंबर, 2006 को मालेगांव में 4 ब्लास्ट हुए थे। इनमें तीन हमीदिया मस्जिद में और मुशावरत चौक में । इन ब्लास्ट में 32 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। इस मामले की जांच कर रही एटीएस ने 13 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था । नुरुल हुडा समसुदा, रईस अहमद रज्जाब अली मंसूरी, डॉ. सलमान फ़ारसी अब्दुल, डॉ. फरोग इक़बाल अहमद मगदुमि, शेख मोहम्मद अली आलम अनामत अली शेख, आसिफ खान बसीर खान, मोहम्मद ज़ाहिद अब्दुल मजीद अंसारी और अब्रार अहमद गुलाम अहमद और शब्बीर अहमद मसिउल्लाह जिन्हें न्यायालय बरी कर चुका है क्योंकि यह केस ATS से सीबीआई को दे दिया गया और सीबीआई ने इस केस को इतना कमजोर कर दिया था की न्यायलय को बरी करना पड़ा। इनमें शब्बीर की मौत हो चुकी है।

May 13, 2016

Kokilaben Dhirubhai Ambani Hospital joins ‘Go Green Stay FIT’ Campaign with BD India to Promote Safe Diabetes Management

Campaign creates a World Record of 5391 health care professionals pledging support to this ‘Go Green Stay Fit’ movement

Mumbai, May 13 2016: KokilabenDhirubhaiAmbani Hospital, Mumbai today joined the nationwide ‘Go Green Stay FIT Campaign’ with leading medical technology company BD, pledging to promote highest patient safety standards in diabetes management, including safe injection practices and safe disposal of insulin syringes and needles. The ‘Go Green Stay FIT Campaign’ that was initiated in January this year by the Forum for Injection Technique (FIT), with active support from BD India, has also created a World Record by generating 5391 pledges by healthcare professionals who vowed to adhere to the best practices in diabetes management and safe waste disposal.

Jharkhand 10th Highest Receiver of Foreign Direct Investment among Indian and Chinese States in 2015

New Delhi, 13 May 2016: Proving itself as a major emerging investment destination, Jharkhand has been ranked as the 10th highest receiver of Foreign Direct Investment proposals in the year 2015, in a ranking of top FDI earning states in India and China.

Govt of Jharkhand partners with Ernst & Young for IT/ITeS policy formulation and investment promotion

New Delhi, 3rd May 2016: Department of Information Technology & e-Governance, Government of Jharkhand, under the aegis of Secretary (IT) Mr Sunil Kumar Barnwal, has appointed Ernst & Young (EY) as the advisor for assisting the department in IT/ITeS/ESDM sector policy formulation, developing guidelines for setting up of IT Parks, investment promotion in the IT sector in the state, feasibility assessment and bid process management for development of IT Parks in the state.

May 12, 2016

भ्रष्टाचार का फल चखने में तंत्र के शक्तिशाली लोगों का साझीदार बन गया है मीडिया

मीडिया की विश्वसनीयता का संकट और आत्म नियंत्रण की पुरजोर आवश्यकता – प्रफुल्ल केतकर

"पत्रकारिता का एकमात्र उद्देश्य सेवा होना चाहिए। अखबार और प्रेस एक महान शक्ति है, लेकिन जैसे पानी का अनियंत्रित उन्मुक्त प्रवाह गाँव के गाँव डुबा सकता है, फसलों को नष्ट कर सकता है, ठीक उसी प्रकार एक अनियंत्रित कलम सेवा के स्थान पर महान विध्वंश कर सकती है । लेकिन इसे नियंत्रित करने का प्रयास, अनियंत्रित छोड़ने से कहीं अधिक घातक है । यह तभी लाभदायक है जब नियंत्रण आतंरिक हो । अगर इस तर्क को सही माना जाए, तो दुनिया में कितने पत्र पत्रिका इस कसौटी पर खरे उतरेंगे? "- महात्मा गांधी, An Autobiography or the Story of My Experiments with Truth, p. 211

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की प्रेरणा से अपना संस्थान लगाएगा एक लाख पौधे

अभियान की शुरुआत हुई जसदेर धाम से  पौधे लगाकर वातावरण को शुद्ध बनाने की हुई पहल  

बाड़मेर जिला मुख्यालय के जसदेर तालाब पर आज राष्ट्रीय स्ंवयसेवक संघ की प्रेरणा से अमृता देवी पर्यावरण नागरिक संस्थान ने बाड़मेर व् जैसलमेर जिले में एक लाख पचास हजार पौधा रोपण का लक्ष्य लिया है गया है इस अभियान की शुरुआत मंगलवार को बाड़मेर के जसदेर धाम से हुई मंगलवार को जसदेर धाम पर अपना संस्थान ने कार्यक्रम आयोजित कर इस अभियान की शुरुआत की जिसमें बाड़मेर जैसलमेर के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया । तारातरा मठ के मठाधीश प्रतापपुरी जी महाराज के सानिध्य में आयोजित इस कार्यक्रम में बाड़मेर जिला कलेक्टर सुधीर शर्मा बतौर मुख्य अतिथि एवं जिला पुलिस अधीक्षक परिष अनिल देशमुख कार्यक्रम के अध्यक्ष के रूप में शरीक हुए इस कार्यक्रम में केयर्न इंडिया के CSR सलाहकार भानु प्रताप ,केयर्न इण्डिया के मुख्य सुरक्षा अधिकारी अजय कुमार ,राजवेस्ट के CSR प्रमुख विनोद विट्ठल, साऊथ वेस्ट माइनिंग के डायरेक्टर अनिल सूद,आरएसएमएमएल के एससी शर्मा, UIT चेयरपर्सन प्रियंका चौधरी उद्यमी हंसराज कोटडिया, भाजपा जिला महामंत्री कैलाश कोटडिया,बालाराम मूढ़ सहित कई पदाधिकारी व् कार्यकर्ता इस कार्यक्रम उपस्थित रहे । कार्यक्रम की शुरुआत पौधरोपण से हुई । पौधा रोपण के कार्यक्रम के बाद बाड़मेर जैसलमेर से पहुंचे सैकड़ो कार्यकर्ताओ की उपस्थिति में मंचासीन अतिथियों ने मां भारती की तस्वीर के सामने द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की ।

SC notice on Judicial Reform

Supreme Court issued notice to the Union Government on PIL filed by Ashwini Upadhyay, who is an Advocate of the Supreme Court and Spokesperson of BJP Delhi. Mr. Upadhyay says: “Judicial Reform is not only necessary to secure fundamental right of fair trial and speedy justice to every citizen under the Article-21 of the Constitution but also essential to control the prevailing Corruption, Crime, Casteism and Communalism”.

May 10, 2016

संगीत जगत में क्रांति को तैयार राज महाजन

नए रूप में ऑडियंस के लिए पेश है ‘तू ही तू है’, रोमांस में डाला रैप का तड़का

किसी ने क्या खूब कहा है, ‘असली असली होता है और नकली नकली’. हमेशा असल ही नकल से प्यारा होता है. लेकिन कई बार नकल भी मन को भा जाती है बशर्ते नकल असल से ज्यादा बढ़कर हो. नकल करने में दिमाग के इस्तेमाल किया गया हो. बिल्कुल यही बात हम मोक्ष म्यूजिक के गाने “तू ही तू है” के लिए भी कह सकते हैं. इस बार मोक्ष म्यूजिक लाया है लव ट्रैक लेकिन नए फ्लेवर में. ‘प्यार का इमोशन रैप के तड़के के साथ’. किसी मेलोडीयस गाने में रैप का तड़का शायद पहली बार आपको देखने को मिलेगा. जिसे गाया है हरदिल अजीज़ डायमंड ने और इसमें उनका साथ निभाया है रैपर बॉब राय्म्स ने.

'बिखरने से बचाया जाए’ के लोकार्पण में बोले नामवर सिंह- ''राजनीति करने वालों ने दिल्ली को उजाड़ दिया है''


दिल्ली के कन्सटीट्यूशन क्लब (डिप्टी चेयरमैन हॉल) में 7 मई शनिवार  शाम लेखिका श्रीमती अलका सिंह के काव्य संग्रह ’बिखरने से बचाया जाए’ का लोकार्पण प्रख्यात साहित्यकार एवं आलोचक डॊ. नामवर सिंह ने किया. इस मौक़े पर उन्होंने कहा कि हिंदी में ग़ज़ल लिखना मुश्किल काम है. बहुत कम लोग ही लिखते हैं, लेकिन अलका सिंह की किताब एक उम्मीद जगाती है कि कविता, ग़ज़लें और मुक्तक को आने वाली पीढ़ी ज़िंदा रखेंगी. यह अनूठा काव्य संग्रह है. उन्होंने कहा कि लोकार्पण कार्यक्रम में इतने लोगों का जुटना अपने आप में मायने रखता है. राजनीति करने वालों ने दिल्ली को उजाड़ दिया है, यह केवल राजधानी बन कर न रहें, बिखरने से बचें. इसके लिए कविताएं ज़रूरी हैं. ’ज़रूरी तो नहीं खुशियां ही मिलें दामन में, कुछ ग़मो को भी तो सीने से लगाया जा’ बेहतरीन शेअर है.

May 6, 2016

बुलन्द मस्जिद कालोनी में सीसीटीवी कैमरे लगवाने की मांग की

- यहां की आबादी 50 हजार से अधिक। यहां पर 12वीं तक का स्कूल, 6 मस्जिद, 3 बड़े मदरसे, 1 एटीएम, रैन बसेरा, राशन दफ्तर आदि अन्य प्रकार की दुकानें हैं। सीसीटीवी कैमरे लगने से कॉलोनी की सुरक्षा के साथ पुलिस को भी मिलेगी सहायता

नई दिल्ली। नई पीढ़ी-नई सोच संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष श्री साबिर हुसैन ने बुलन्द मस्जिद, शास्त्री पार्क कालोनी में सीसीटीवी कैमरे लगवाने के लिए श्री अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री दिल्ली सरकार, श्री सतेन्द्र जैन, गृह मंत्री दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस आयुक्त, श्री अनिल कुमार वाजपेयी, विधायक गांधीनगर विधानसभा, डीसीपी, उत्तर-पूर्वी दिल्ली को पत्र लिखकर मांग की है।

May 4, 2016

What causes Dandruff ? How can it be treated Naturally?

Body's general health is directly reflective on the hair and skin. Weather changes, diet alterations, stress levels, hormonal ups and downs and a lot more factors come into play when it comes to texture of hair and suppleness of the skin. When talking about scalp care, dandruff is one of the most frequent conditions faced by majority. While some deal with oily dandruff, others have a hard time keeping the dry flakes off.